भारतीय अनुसंधान संगठन | Bhartiya Anusandhan Sangathan in hindi

इस आर्टिकल में भारत के प्रमुख अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन एवं प्रौद्योगिकी भारतीय अनुसंधान संगठन (Bhartiya Anusandhan Sangathan) के बारे में पढ़ने वाले हैं. यह सभी प्रमुख अनुसंधान सभी प्रतियोगिता परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण है जहां से एग्जाम में प्रश्न पूछे जाते हैं.

 

भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र (Bhabha Atomic Rexearch Center)

(BARCK)

स्थापना 3 January 1954
अध्यक्षजी सतीश रेड्डी
स्थापितमुंबई
  • भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र की स्थापना कब की गई? – 3 जनवरी 1954
  • वर्तमान समय में भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र के अध्यक्ष कौन हैं? – जी. सतीश रेड्डी
  • भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र कहां स्थित है? – मुंबई
  • भाभा परमाणु अनुसंधान केंद्र किसने आरंभ किया? – होमी जहांगीर भाभा

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (Indian Space Research Organisation)

(ISRO)

स्थापना15 August, 1969
मुख्यालयबेंगलुरु (कर्नाटक)
अध्यक्षएस. सोमनाथ
  • वर्तमान समय में इसरो के अध्यक्ष कौन हैं ? – एस. सोमनाथ
  • इसरो के प्रथम अध्यक्ष कौन है? – विक्रम साराभाई

रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (Defence Research and Development Organisation)

(DRDA)

स्थापना 1958
मुख्यालयनई दिल्ली
अध्यक्षजी. सतीश रेड्डी
  • वर्तमान समय में DRDA का अध्यक्ष कौन हैं? – जी. सतीश रेड्डी
  • DRDA की स्थापना कब किया गया? – 1958
  • DRDA का मुख्यालय कहां है? – नई दिल्ली

विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (Vikram Sarabhai Space Centre)

(VSSC)

स्थापना21 नवंबर 1963
मुख्यालयत्रिवेंद्रम (केरल)
निदेशकडॉ. उन्नीकृष्णन नायर
  • विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र की स्थापना कब की गई? -21 नवंबर 1963
  • विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र का मुख्यालय कहां है? -त्रिवेंद्रम
  • वर्तमान समय में विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र के निदेशक कौन है? – डॉ. उन्नीकृष्णन नायर
भारत के अन्य अनुसंधान परिषद निदेशक/महानिदेशक/अध्यक्ष
1. वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (CSIR) के महानिदेशक कौन हैं?शेखर मंडे
2. परमाणु ऊर्जा आयोग (AEC) के अध्यक्ष कौन है? कमलेश नीलकंठ व्यास
3. परमाणु ऊर्जा नियामक बोर्ड (AERB) के अध्यक्ष कौन है?जी. नागेश्वर राव
4. औद्योगिक एवं विकास अनुसंधान परिषद के अध्यक्ष कौन हैं?रामासामी

यह आर्टिकल (अनुसंधान संगठन – Anusandhan Sangathan)) 10 जुलाई 2022 को अपडेट किया गया है अगर इसमें किसी भी प्रकार से परिवर्तन होगा तो अपडेट किया जाएगा.

भारत सरकार की कोई भी एग्जाम की तैयारी करने वाले या फिर प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी करने वाले छात्र-छात्राओं के लिए यह आर्टिकल काफी महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यहां प्रत्येक एग्जाम में भारतीय अनुसंधान संगठन से संबंधित कम से कम एक या दो प्रश्न एग्जाम में पूछे जाते हैं ऊपर में दिए गए भारतीय अनुसंधान संगठन से संबंधित विभिन्न प्रकार के प्रतियोगिता परीक्षाओं में आज तक प्रश्न पूछे जा रहे हैं और आने वाले एग्जाम में भी प्रश्न विद्यार्थियों से पूछा जाएगा इसलिए विद्यार्थी इन सभी प्रश्नों को एक-एक करके याद कर लें

अनुसंधान संगठन: विज्ञान की ऊंचाइयों की प्राप्ति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम

 किसी भी देश की विकास में अनुसंधान संगठन का महत्वपूर्ण योगदान होता है क्योंकि वह देश में अनुसंधान संगठन देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देता है. अनुसंधान संगठन वैज्ञानिक ज्ञान की खोज विकास और उपयोग को संभव बनाने की एक प्रमुख प्रक्रिया होती है. जिस देश में जितनी अत्यधिक अनुसंधान संगठन है वह देश का विकास इतना तीव्र गति से होता है इस आर्टिकल में हम अनुसंधान संगठन के महत्व उनकी विशेषता इन सभी पॉइंट को एक करके देखेंगे.

अनुसंधान संगठन का महत्व:

 किसी भी देश में अनुसंधान संगठन विभिन्न क्षेत्रों में विज्ञान और तकनीकी के उत्थान के लिए एक महत्वपूर्ण स्रोत होते हैं. यह संगठन वैज्ञानिक ज्ञान की खोज करते हैं और विकास को प्रोत्साहित करने का कार्य करते हैं जो नए और उन्नत तकनीकी समाधान ओं का निर्माण करने में सहायता होते हैं किसी भी राष्ट्र को तीव्र गति प्रदान करते हैं. जिस राष्ट्र में जितना अत्यधिक अनुसंधान संगठन होता है वह देश उतना विकसित होता है वह अनुसंधान संगठन के रूप में नवाचार को प्रोत्साहित करते हैं और विज्ञान के नए नए अविष्कारों का जननी बनते हैं. अनुसंधान संगठन ना ही केवल उस देश के विज्ञान को दुनिया को आगे बढ़ाते हैं बल्कि उनके समाज में भी सकारात्मक परिणाम फैलाते हैं

अनुसंधान संगठनों के आवश्यकता:

 वर्तमान समय में विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में उन्नति के लिए अनुसंधान संगठनों की आवश्यकता होती है। ये संगठन न केवल विज्ञानिकों के लिए एक मंच प्रदान करते हैं जहाँ वे अपने आविष्कारों को प्रस्तुत कर सकते हैं, बल्कि उन्हें विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं के लिए वित्तीय सहायता भी प्रदान करते हैं। इन संगठनों के माध्यम से विज्ञानिकों को संदर्भित डेटा, सुविधाएँ और आवश्यक संसाधनों की प्राप्ति होती है जो उनके अनुसंधान कार्यों को सहयोग देते हैं।

अनुसंधान संगठन के लाभ:

  1. नए ज्ञान की खोज: अनुसंधान संगठन के माध्यम से  एक देश में नए-नए वस्तुओं की खोज होती है और उस देश के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है. यह संगठन किसी भी राष्ट्र की उन्नत तकनीकी साधनों की खोज में मदद करती हैं. अनुसंधान संगठन किसी भी राष्ट्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं साथ ही साथ किसी भी राष्ट्र की तकनीकी समाधान ओं की खोज में मदद करते हैं और समाज में सकारात्मक स्वरूप फैलाते हैं
  1. नवाचार की प्रोत्साहना: अनुसंधान संगठन नए और आवश्यक नवाचारों की प्रोत्साहना करते हैं जो विज्ञान की दुनिया में नए समाधानों की दिशा में आगे बढ़ते हैं। ये नवाचार समाज में सुधार और प्रगति का मार्ग दिखाते हैं।
  2. तकनीकी उन्नति: अनुसंधान संगठन तकनीकी उन्नति को प्रोत्साहित करते हैं जो विभिन्न क्षेत्रों में सुधार और विकास की दिशा में महत्वपूर्ण होती है। ये संगठन नए और उन्नत तकनीकी समाधानों का निर्माण करने में मदद करते हैं।

अनुसंधान संगठन विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में प्रगति की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होते हैं। ये संगठन नए ज्ञान की खोज, नवाचार की प्रोत्साहना और तकनीकी उन्नति में मदद करते हैं, जो समाज के विकास और सुधार में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।

ऊपर में दिए गए अनुसंधान से संबंधित सभी प्रश्न को एक ही करके रख लें या फिर उन्हें देख लें क्योंकि यहां से प्रत्येक एग्जाम में प्रश्न पूछे जाते हैं वर्तमान समय में जितने भी प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन किए गए हैं सभी प्रतियोगिता परीक्षा में भारतीय अनुसंधान संगठन से संबंधित प्रश्न पूछे जा रहे हैं और आने वाले एग्जाम में भी हाथ से प्रश्न पूछे जाएंगे इसलिए इन सभी प्रश्नों को एक-एक करके देख ले. क्योंकि अनुसंधान संगठन एक ऐसा ही टॉपिक है जहां से एग्जामिनर प्रत्येक एग्जाम में कम से कम एक या दो प्रश्न पूछ लेता है.

FAQs Of Bhartiya Anusandhan Sangathan

Q. bhartiya antriksh anusandhan sangathan ki sthapna kab hui thi?

Ans. – 15 August 1969

Q. bhartiya antriksh anusandhan sangathan ka mukhyalay kahan hai?

Ans. – बेंगलुरु (कर्नाटक)

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