Jharkhand Polytechnic Exam 2023: झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद (Jharkhand Combined Entrance Competitive Examination Board) द्वारा झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 का आयोजन किया जा रहा है. झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा का आयोजन Jharkhand Combined Entrance Competitive Examination Board द्वारा 30 अप्रैल 2023 को परीक्षा का आयोजन किया जाएगा.
झारखंड पॉलिटेक्निक में नामांकन कराने वाले विद्यार्थियों के लिए या एक अच्छी अपॉर्चुनिटी मिली है. जिसमें झारखंड के विद्यार्थी झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (Jharkhand Polytechnic Exam 2023) में शामिल होकर और Exam में अच्छे रिजल्ट लाकर अपना नामांकन झारखंड पॉलिटेक्निक (Jharkhand Polytechnic) में करा सकते हैं. झारखंड पॉलिटेक्निक में नामांकन कराने वाले विद्यार्थियों को Exam में लाए गए अच्छे नंबरों के रैंक के आधार पर उनका नामांकन लिया जाएगा.
Note : झारखंड पॉलिटेक्निक से संबंधित सभी जानकारी EXAM LINK वेबसाइट से प्राप्त कर सकते हैं.
Jharkhand Polytechnic 2023
झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (Jharkhand Polytechnic Entrance Competitive Examination 2023) J.C.E.C.E.B. द्वारा आयोजित की जाती हैं. इसे बोलचाल भाषा में झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 को झारखंड पॉलिटेक्निक परीक्षा (Jharkhand Polytechnic Exam) के नाम से भी जानते हैं. इसलिए इस नाम को सुनकर भ्रमित ना हो. झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 झारखंड राज्य क्षेत्र में आने वाले विभिन्न पॉलिटेक्निक इंजीनियरिंग कॉलेज एवं गैर इंजीनियरिंग कॉलेज में विद्यार्थी का एडमिशन लिया जाता है.
झारखंड पॉलिटेक्निक प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा 2023 (Jharkhand Polytechnic Exam) राज्य स्तरीय प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा है. झारखंड पॉलिटेक्निक में प्रवेश पाने वाले उम्मीदवार को एंट्रेंस एग्जाम लेकर झारखंड पॉलिटेक्निक में प्रवेश दिया जाता है.
Important Information of Jharkhand Polytechnic exam 2023
Important Information | |
Exam Name | Polytechnic Entrance Competitive Examination 2023 |
Exam Organization | Jharkhand Combined Entrance Competitive Examination Board(झारखंड संयुक्त प्रवेश प्रतियोगिता परीक्षा पर्षद) |
ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया प्रारंभ होने की तिथि (Online Start Date) | 27 February 2023 |
ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि (Online End Date) | 10 April 2023 |
परीक्षा की तिथि (Exam date) | 30 April 2023 |
प्रवेश पत्र डाउनलोड करने की तिथि (Admit Card) | परीक्षा से 4 दिन पूर्व |
Exam Mode | OMR Based (Off line Mode) |
Jharkhand Polytechnic Admission 2023
झारखंड पॉलिटेक्निक में प्रवेश पाने के लिए सपने सजा रहे उम्मीदवार झारखंड पॉलिटेक्निक से संबंधित विस्तृत जानकारी जानने के लिए इच्छुक हैं तो नीचे दिए गए लिंक को क्लिक करके पढ़ें.
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Jharkhand Polytechnic Syllabus 2023 PDF
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PROJECT 10
केन्द्रीय शिक्षा सलाहकार बोर्ड :- शिक्षा के क्षेत्र की इस पुरानी संस्था की स्थापना 1921 में की गई थी। बीच में इसका विघटन कर दिया गया था। किन्तु अब यह फिर से कार्य कर रही है। यह संस्था पूर्व के शिक्षा मंत्रालय और अब मानव संसाधन विकास मंत्रालय के कार्य कलापों की महत्वपूर्ण कड़ी है। यह बोर्ड केन्द्र सरकार या राज्य सरकार को शिक्षा संबंधी प्रश्नों पर अपनी सलाह देता है। बोर्ड के शिक्षा विकास से संबंधित आंकड़ों, सूचनाओं आदि का अध्ययन करके शिक्षा के विकास के लिए अपनी शिफारिशे सरकार के समक्ष प्रस्तुत करता है। बोर्ड अपने कार्य को सुचारू रूप से चलाने के लिए चार स्थयी समितियों का गठन किया है।
1. प्राथमिक शिक्षा समिति
ii. माध्यमिक शिक्षा समिति
iii. उच्च शिक्षा समिति तथा
iv. समाज शिक्षा समिति ।
जब शिक्षा के किसी विशेष स्तर में समस्या आती है तो संबंधित समिति उस पर विचार करती है । समग्र शिक्षा के प्रश्न पर पूरा बोर्ड विचार करता है। इस बोर्ड की संरचना इस प्रकार है-
माध्यमिक शिक्षा :- माध्यमिक शिक्षा, शिक्षा व्यवस्था की महत्वपूर्ण कड़ी है। यह एक ओर तो निम्न मध्यम वर्ग के लोगों की आकांक्षाओं की पूर्ति करती है, प्राथमिक विद्यालय के लिए अध्यापक प्रदान करती है, द्वितीय और तृतीय पंक्ति के नेता तैयार करती है दूसरी ओर यह प्राथमिक शिक्षा एवं उच्च शिक्षा के बीच संपर्क सूत्र का कार्य करती है। यह मानव जीवन के उन वर्षों में सम्पन्न होने वाली शिक्षा है, जिन्हें सामान्य रूप से किशोरावस्था कहते हैं। कार्टर वी. गुड के अनुसार माध्यमिक शिक्षा का समय वह है, जो मुख्य रूप से 12-17 वर्ष के आयु वालों के लिए होती है।
राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान (आरएमएसए) वर्ष 2009 में माध्यमिक शिक्षा तक पहुंच में वृद्धि करने तथा इनकी गुणवता में सुधार लाने के उद्देश्य से इस अभियान को शुरू किया गया। इसके प्रमुख दद्देश्य निम्नलिखित हैं-
• शिक्षा के न्यूनतम स्तर को कक्षा 9 तक सार्वत्रिक पहुंच को माध्यमिक शिक्षा तक उठाना,
विज्ञान, गणित और अंग्रेजी पर ध्यान दिए जाने के साथ अच्छी गुणवता माध्यमिक शिक्षा सुनिश्चित करना और
• नामांकनों और अलग किए जाने में लैंगिक, सामाजिक और क्षेत्रीय अंतरालों को कम करना तथा बनाए रखने में सुधार करना है। आरएमएसए के अंतर्गत समर्थित हस्तक्षेप में शामिल है।
i. उच्चतर प्राथमिक विद्यालयों को माध्यमिक विद्यालयों तक उन्नयन करना, ii. मौजूदा माध्यमिक विद्यालयों का सुदृढीकरण,
iii. विद्यालयों में अतिरिक्त कक्षाएं विज्ञान प्रयोगशालाएं, पुस्तकालय, कंप्यूटर कक्षा कला, शिल्प और संस्कृति कक्षा, शौचालय और जल सुविधाएं प्रदान करना,
iv. अध्यापकों को सेवाकालीन प्रशिक्षण प्रदान करना और
V. विद्यालय भवनों और अध्यापकों के आवास गृहों की प्रमुख मरम्मतों का प्रावधान करना ।
11वीं योजना के तीसरे वर्ष में प्रारंभ होने के बावजूद भी ग्यारहवीं योजना के दौरान आरएमएसए के अंतर्गत अच्छी प्रगति हुई थी। ग्यारहवीं योजना अवधि के दौरान प्राथमिक विद्यालयों में 3.2 मिलियन अतिरिक्त विद्यार्थियों का नामांकन हुआ था।
माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों की छात्राओं के लिए बालिका छात्रावास निर्मित करने एवं चलाने की योजना :- वितिय वर्ष 2008-09 में शुरु की गई यह
“ग्रामीण क्षेत्र में महिला शिक्षा की वर्तमान स्थिति झारखण्ड के गिद्धौर प्रखण्ड (जिला चतरा, झारखण्ड) का ए
योजना पूर्णतः केन्द्र प्रायोजित है। इसके अन्तर्गत शैक्षिक रुप से पिछड़े हुए 3500 ब्लाकों में 100 सीट वाले बालिका छात्रावास स्थापित किया जाता है। इससे पूर्व माध्यमिक एवं उच्चतर माध्यमिक स्कूलों की छात्राओं के लिए बालिका छात्रावास निर्मित करने एवं चलाने की एन. जी. ओ. चालित योजना को इस योजना ने प्रतिस्थापित किया है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य लड़कियों को माध्यमिक स्कूल में बनायें रखना है, ताकि वे स्कूलों की दूरी अपनी वितीय स्थिति अथवा सामाजिक कठिनाइयों के कारण पढ़ाई जारी रखने से वंचित न रह जायें। इस योजना के लक्षित समूहों में कक्षा 9 से 12 में पढ़ने वाली अनुसूचित जाति और जनजाति तथा अन्य पिछड़ा वर्ग और अल्पसंख्यक समुदाय तथा बी. पी. एल परिवारें के 14-18 आयु वर्ग की छात्राएं है के. जी. वी. वी. से पढ़कर आने वाले छात्राओं को छात्रावास में दाखिले में वरियता दी जाएगी। इस योजना का कार्यान्वयन राज्य सरकार की समितियों द्वारा किया जाएगा, जबकि योजना व्यय का 90 प्रतिशत केन्द्रीय सरकार तथा 10 प्रतिशत राज्य सरकार भार वहन करेगी।
स्कूलों में विज्ञान शिक्षा को बढ़ावा देना :- विज्ञान शिक्षा को सुधारने और प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 1986 में केन्द्र प्रायोजित योजना के रूप में इसे शुरू किया गया। इस योजना के अंतर्गत संध एवं राज्य क्षेत्रों तथा स्वैच्छिक संगठनों का वितीय सहायता प्रदान की जा रही है। ताकि उच्च प्राथमिक स्कूलों में विज्ञान सामग्री, विज्ञान प्रयोगशाला पुस्तकालय सुविधा आदि का स्तर बढ़ाया जा सके। योजना के तहत शिक्षकों को भी गणित एवं विज्ञान का प्रशिक्षण दिया जाता है। इस योजना का एक प्रमुख भाग स्कूली स्तर पर छात्रों को अन्तर्राष्ट्रीय विज्ञान ओलम्पियाड में भागीदारी करवाना है।
माध्यमिक स्तर पर आशक्तों के लिए समावेशी शिक्षा (आईईडीएसएस) :- अशक्त बच्चों के लिए समेकित शिक्षा की पिछली योजना के स्थान पर अप्रैल, 2009 में इस योजना की शुरूआत की गई। इस योजना के अन्तर्गत केवल माध्यमिक स्तर पर कक्षा 9 से 12 तक पढ़ाई करने वाले बच्चें शामिल किये जाते है। आईईडीएसएस स्क्रीम के तहत उन्ही बच्चों को शामिल किया जाता हैं जो
Jharkhand Polytechnic Exam FAQs
Q. झारखंड पॉलिटेक्निक की ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि क्या है?
Ans. – झारखंड पॉलिटेक्निक की ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 10 अप्रैल 2023 है.
Q. झारखंड पॉलिटेक्निक की परीक्षा कब होगी?
Ans. – झारखंड पॉलिटेक्निक की परीक्षा 30 अप्रैल 2010 को होगी.